एड़ी दर्द से राहत चाहिए? इन पोषक तत्वों की कमी पहचानें और अपनाएँ सही डाइट
नई दिल्ली: एड़ी में दर्द (Heel Pain) सिर्फ अधिक चलने, खड़े रहने, हाई हील्स पहनने या मौसम बदलने से नहीं होता, बल्कि शरीर में आवश्यक विटामिन और मिनरल्स की कमी भी इसका बड़ा कारण हो सकती है। यह कमी धीरे-धीरे हड्डियों, मांसपेशियों और नसों की सेहत को प्रभावित करती है, जिससे एड़ी में लगातार दर्द बना रहता है। कई लोग इसे सामान्य समस्या मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि समय रहते सही पोषण और उपचार से इस परेशानी से राहत पाई जा सकती है। आइए जानते हैं कौन-कौन से पोषक तत्वों की कमी से एड़ी में दर्द हो सकता है और इससे बचाव कैसे करें।

एड़ी दर्द के पीछे छिपे पोषण की कमी के कारण
विटामिन D की कमी
विटामिन D हड्डियों को मजबूत बनाने और कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। इसकी कमी से हड्डियों में कमजोरी, दर्द और मांसपेशियों में थकावट हो सकती है। एड़ी की हड्डी कमजोर होकर चलने या दबाव पड़ने पर दर्द देती है।
स्रोत – धूप, फोर्टिफाइड दूध, अंडे की ज़र्दी, मछली।
कैल्शियम की कमी
हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम जरूरी है। इसकी कमी से हड्डियों में सूक्ष्म दरारें, दर्द और ऐंठन हो सकती है। एड़ी की हड्डियों पर दबाव बढ़ने से दर्द महसूस होता है।
स्रोत – दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियाँ।
मैग्नीशियम की कमी
मांसपेशियों की कार्यप्रणाली और नसों के लिए आवश्यक मैग्नीशियम की कमी से मांसपेशियों में जकड़न, खिंचाव और दर्द हो सकता है।
स्रोत – केले, ड्राई फ्रूट्स, साबुत अनाज।
विटामिन B12 की कमी
नर्वस सिस्टम की सेहत के लिए विटामिन B12 बेहद जरूरी है। इसकी कमी से हाथ-पैर में झुनझुनी, सुन्नपन और एड़ी में जलन जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
स्रोत – अंडा, मछली, मीट, सप्लीमेंट्स।
आयरन की कमी (एनीमिया)
आयरन शरीर में ऑक्सीजन पहुँचाने के लिए जरूरी है। इसकी कमी से थकान, कमजोरी और एड़ी में दर्द बढ़ सकता है।
स्रोत – पालक, गुड़, अनार, दालें।
एड़ी दर्द से बचाव के उपाय
ब्लड टेस्ट कराकर विटामिन और मिनरल्स की स्थिति का पता लगाएँ।
डॉक्टर की सलाह लेकर डाइट या सप्लीमेंट्स में बदलाव करें।
धूप, दूध, हरी सब्जियाँ, फोर्टिफाइड फूड्स और फल का सेवन बढ़ाएँ।
नियमित एक्सरसाइज़ और हल्की मालिश से मांसपेशियों को आराम दें।
निष्कर्ष
एड़ी में दर्द कोई मामूली समस्या नहीं है। समय रहते पोषण की कमी को पहचानकर सही उपचार करना जरूरी है। उचित आहार और जीवनशैली अपनाकर आप इस समस्या से बच सकते हैं और हड्डियों को मजबूत रख सकते हैं।