Featuredलेटेस्ट

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी: सेंसेक्स 70 अंक लुढ़का, निफ्टी में भी गिरावट; IT और मीडिया शेयरों में बिकवाली का दबाव

मुंबई, भारत: भारतीय शेयर बाजार में बुधवार, 3 सितंबर को कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों प्रमुख सूचकांकों में कमजोरी देखने को मिली। वैश्विक बाजारों से मिलेजुले संकेतों और घरेलू बाजार में मुनाफा वसूली के कारण यह गिरावट आई है।


प्रमुख सूचकांकों का हाल

खबर लिखे जाने तक, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 70 अंकों की गिरावट के साथ 80,093 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 20 अंक टूटकर 24,560 के स्तर पर पहुंच गया।

सेंसेक्स: 30 में से 19 शेयर हरे निशान में थे, जबकि 11 लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।

निफ्टी: 50 में से 30 शेयरों में गिरावट और 20 में बढ़त देखी गई।

किन सेक्टर्स पर दबाव?

बाजार में बिकवाली का सबसे ज्यादा दबाव IT, मीडिया और FMCG जैसे सेक्टर्स पर रहा। वहीं, मेटल, फार्मा और बैंकिंग इंडेक्स में कुछ हद तक मजबूती बनी रही।

हरे निशान में: महिंद्रा एंड महिंद्रा, जोमैटो और टाटा स्टील के शेयरों में 1% से ज्यादा की तेजी देखी गई।

लाल निशान में: बजाज फाइनेंस, इंफोसिस और ICICI बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में 1% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।

विदेशी और घरेलू निवेशकों की भूमिका

बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली जारी है। 2 सितंबर को उन्होंने कैश मार्केट से ₹1,159.48 करोड़ के शेयर बेचे। हालांकि, इस बिकवाली को घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने ₹2,549.51 करोड़ की नेट खरीदारी करके कुछ हद तक संतुलित किया। अगस्त महीने में भी FIIs ने ₹46,902.92 करोड़ की बिकवाली की, जबकि DIIs ने ₹94,828.55 करोड़ की भारी खरीदारी की।

वैश्विक बाजारों का रुख

एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख देखने को मिला। जापान का निक्केई 0.60% और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.96% की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा था। वहीं, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग भी लाल निशान में थे। अमेरिकी बाजार में भी मंगलवार को गिरावट रही, जिसमें डाउ जोन्स 0.55% और नैस्डेक 0.82% टूटकर बंद हुए।

विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशकों को फिलहाल वैश्विक संकेतों और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए और सतर्कता के साथ ही निवेश का फैसला लेना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version