Gold-Silver Returns 2025: सोने-चांदी की कीमतें आसमान पर, फिर भी शेयर मार्केट में गिरावट क्यों?
Gold-Silver Returns 2025: पिछले एक साल में सोना-चांदी की चमक ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है, जबकि शेयर बाजार फीका पड़ गया है। गोल्ड और सिल्वर ने 45-50% तक का शानदार रिटर्न दिया है, जो सेंसेक्स और निफ्टी के -3% की गिरावट के मुकाबले कहीं ज्यादा है।

सोने-चांदी की कीमतें पहुंची रिकॉर्ड ऊंचाई पर
Gold-Silver Returns 2025: घरेलू बाजार में सोने की कीमत में भारी उछाल आया है। बुधवार को सोना ₹1,000 की बढ़त के साथ ₹1,07,070 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो इसका अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं, चांदी भी ₹1,26,100 प्रति किलोग्राम पर स्थिर है और अपने ऑल टाइम हाई पर बनी हुई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी यही रुझान देखने को मिला है। Comex पर सोने का वायदा भाव $3,578.40 प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। चांदी भी $41.17 प्रति औंस तक चढ़ गई। यह बढ़ोतरी दर्शाती है कि वैश्विक स्तर पर भी निवेशक सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं।
क्यों बढ़ रहे हैं सोना-चांदी के दाम?
सोने और चांदी की कीमतों में इस भारी उछाल के पीछे कई कारण हैं:
फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में नरमी: अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है।
बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव: दुनिया भर में जारी अस्थिरता और संघर्ष ने निवेशकों के बीच अनिश्चितता बढ़ा दी है, जिससे वे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर चिंताएं: अमेरिकी अर्थव्यवस्था की धीमी ग्रोथ और संभावित मंदी की आशंकाओं ने भी सोने को एक सुरक्षित ठिकाना बना दिया है।
शेयर बाजार की सुस्ती जारी
एक तरफ जहां सोने-चांदी ने निवेशकों को रिकॉर्ड तोड़ रिटर्न दिया है, वहीं दूसरी तरफ सेंसेक्स और निफ्टी पिछले 12 महीनों में करीब -3% का रिटर्न देकर निवेशकों को निराश कर रहे हैं। इस खराब प्रदर्शन के कारण कई निवेशक इक्विटी बाजार से दूर हो रहे हैं और अपनी पूंजी को कीमती धातुओं में लगा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए आने वाले समय में भी सोना-चांदी का यह शानदार प्रदर्शन जारी रह सकता है।