National Nutrition Week 2025: इन 5 न्यूट्रिएंट्स की कमी से सबसे ज्यादा जूझ रहे हैं भारतीय – जानें कैसे करें पूरी
भारत 1 से 7 सितंबर 2025 तक नेशनल न्यूट्रिशन वीक मना रहा है। यह सप्ताह न सिर्फ पोषण पर जागरूकता बढ़ाने का जरिया है, बल्कि यह अवसर भी देता है कि हम अपने खाने की आदतों और पोषण की जरूरतों को बेहतर तरीके से समझें।
भारत विविधताओं वाला देश है, लेकिन यहां की बड़ी आबादी कुछ ऐसे ज़रूरी विटामिन्स और मिनरल्स की कमी से जूझ रही है, जिन्हें शरीर खुद नहीं बना सकता और जिनकी कमी कई बीमारियों की वजह बनती है।

आइए जानें वे 5 पोषक तत्व जो भारत में सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित कर रहे हैं, और कैसे इनकी कमी को दूर किया जा सकता है:
आयरन की कमी (Iron Deficiency / Anemia)
आंकड़े: NFHS-4 के अनुसार 53% महिलाएं और 23% पुरुष एनीमिया से पीड़ित हैं।
लक्षण: थकान, कमजोरी, चक्कर, सांस फूलना
स्रोत: पालक, मेथी, चुकंदर, बीन्स, रेड मीट, अंडा, किशमिश
टिप: आयरन के साथ विटामिन C लें (जैसे नींबू, आंवला) – इससे आयरन का अवशोषण बढ़ता है।
विटामिन B12 की कमी (Vitamin B12 Deficiency)
महत्त्व: नर्वस सिस्टम, एनर्जी और रेड ब्लड सेल्स के लिए जरूरी
स्थिति: भारत में 47% लोगों को बी12 की कमी है, खासकर शाकाहारियों में।
स्रोत: अंडे, दूध, पनीर, मछली, चिकन, फोर्टिफाइड अनाज
टिप: शाकाहारी लोग डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लें।
प्रोटीन की कमी (Protein Deficiency)
काम: मसल्स बिल्डिंग, टिशू रिपेयर, इम्यून फंक्शन
जरूरत: प्रति किलो वजन पर 0.8 से 1 ग्राम प्रोटीन
स्रोत: अंडे, चिकन, दालें, चना, सोया, ड्राई फ्रूट्स
टिप: हर भोजन में थोड़ी मात्रा में प्रोटीन शामिल करें।
विटामिन D की कमी (Vitamin D Deficiency)
प्रभाव: कैल्शियम अवशोषण, हड्डियों की मजबूती, इम्युनिटी
रिपोर्ट्स: 70-90% भारतीयों में कमी, 88% युवा और 84% गर्भवती महिलाएं प्रभावित
स्रोत: सूरज की रोशनी, अंडे की जर्दी, फैटी फिश, डेयरी प्रोडक्ट्स
टिप: सुबह 10-20 मिनट धूप में रहें और फोर्टिफाइड फूड्स लें।
फोलेट / फोलिक एसिड की कमी (Folate Deficiency)
काम: DNA निर्माण, नई कोशिकाएं बनाना, खासतौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए
स्थिति: भारत में 40-60% बच्चे और किशोर फोलेट की कमी से ग्रस्त
स्रोत: पालक, राजमा, खट्टे फल, ब्रोकली, अंडे
टिप: खासकर गर्भवती महिलाएं डॉक्टर से सलाह लेकर फोलिक एसिड सप्लीमेंट लें।